लीन मैन्युफैक्चरिंग में बर्बादी (waste) को पहचानना और उसे कम करना एक महत्वपूर्ण पहलू है। टिम वुड्स फ्रेमवर्क 8 प्रकार की बर्बादी को पहचानने में मदद करता है। आइए विस्तार से जानें इन बर्बादियों के बारे में:
1. परिवहन (Transportation)
- अनावश्यक सामग्री या उत्पाद का स्थानांतरण
- उदाहरण: कच्चे माल का गोदाम से उत्पादन क्षेत्र तक अनावश्यक परिवहन
समाधान:
- लेआउट का अनुकूलन
- सामग्री प्रवाह का सरलीकरण
- कार्यस्थल को कॉम्पैक्ट बनाना
2. इन्वेंटरी (Inventory)
- अतिरिक्त कच्चा माल, अधूरा काम, तैयार उत्पाद
- उदाहरण: जरूरत से ज्यादा स्टॉक रखना
समाधान:
- जस्ट-इन-टाइम प्रणाली का उपयोग
- मांग-आधारित उत्पादन
- इन्वेंटरी ट्रैकिंग सिस्टम
3. गतिविधि (Motion)
- कर्मचारियों की अनावश्यक हरकतें
- उदाहरण: टूल्स को ढूंढना, दूर रखे सामान तक पहुंचना
समाधान:
- 5S कार्यान्वयन
- कार्यस्थल का एर्गोनोमिक डिजाइन
- उपकरणों का उचित स्थान निर्धारण
4. प्रतीक्षा (Waiting)
- प्रक्रिया में देरी या रुकावट
- उदाहरण: मशीन की मरम्मत की प्रतीक्षा, सामग्री की कमी
समाधान:
- नियमित रखरखाव कार्यक्रम
- प्रक्रिया समय का मानकीकरण
- बेहतर संचार व्यवस्था
5. अधिक उत्पादन (Over-production)
- जरूरत से ज्यादा उत्पादन
- उदाहरण: मांग से अधिक वस्तुओं का निर्माण
समाधान:
- पुल प्रोडक्शन सिस्टम
- बैच साइज का अनुकूलन
- मार्केट डिमांड का सटीक अनुमान
6. अधिक प्रोसेसिंग (Over-processing)
- अनावश्यक प्रक्रियाएं या कार्य
- उदाहरण: अतिरिक्त निरीक्षण, अनावश्यक पैकेजिंग
समाधान:
- प्रक्रिया का सरलीकरण
- मूल्य-वर्धित गतिविधियों की पहचान
- स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर
7. दोष (Defects)
- गुणवत्ता में कमी या त्रुटियां
- उदाहरण: खराब उत्पाद, रिवर्क की आवश्यकता
समाधान:
- गुणवत्ता नियंत्रण प्रणाली
- कर्मचारी प्रशिक्षण
- पोका-योके का उपयोग
8. कौशल की बर्बादी (Skills)
- कर्मचारियों की क्षमताओं का अल्प-उपयोग
- उदाहरण: कुशल कर्मचारियों से रूटीन कार्य करवाना
समाधान:
- कौशल विकास कार्यक्रम
- कर्मचारी सशक्तिकरण
- क्रॉस-ट्रेनिंग
निष्कर्ष:
टिम वुड्स फ्रेमवर्क की समझ और उसका प्रभावी कार्यान्वयन संगठनों को अधिक कुशल और प्रतिस्पर्धी बनने में मदद कर सकता है। यह महत्वपूर्ण है कि इन बर्बादियों को एक सतत सुधार की प्रक्रिया के रूप में देखा जाए और उनके समाधान के लिए व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाया जाए।