गुणवत्ता प्रबंधन (टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट) में उत्कृष्टता के लिए प्रतिष्ठित डेमिंग पुरस्कार 2024 में दो भारतीय कंपनियों, टाटा ऑटोकॉम्प और टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड ने प्राप्त किया है। यह पुरस्कार जापान के यूनियन ऑफ जापानी साइंटिस्ट्स एंड इंजीनियर्स (JUSE) द्वारा प्रदान किया जाता है और गुणवत्ता प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए दुनियाभर में उच्चतम मानक के रूप में जाना जाता है। इस साल की पुरस्कार विजेता कंपनियाँ गुणवत्ता और ग्राहक संतुष्टि में नए मानक स्थापित कर रही हैं।
टाटा ऑटोकॉम्प के दो डिविज़न: डेमिंग पुरस्कार के विजेता
टाटा ऑटोकॉम्प, एक प्रमुख ऑटोमोटिव कंपोनेंट कंपनी है जो भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय OEMs को सेवाएँ प्रदान करती है। कंपनी के दो डिविज़न – टाटा ऑटोकॉम्प कम्पोजिट्स डिविज़न और टाटा फिकोसा को इस साल के डेमिंग पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इससे स्पष्ट है कि टाटा ऑटोकॉम्प का फोकस ग्राहक-केन्द्रित गुणवत्ता और नवीनता पर है।
टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड
टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड ने भी अपने गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली में उत्कृष्टता के लिए डेमिंग पुरस्कार 2024 जीता है। यह पुरस्कार कंपनी की समर्पित गुणवत्ता प्रबंधन प्रक्रियाओं और निरंतर सुधार की प्रतिबद्धता को मान्यता देता है।
डेमिंग पुरस्कार: भारत में गुणवत्ता का इतिहास
डेमिंग पुरस्कार की स्थापना 1951 में हुई थी और यह दुनिया के सबसे पुराने गुणवत्ता पुरस्कारों में से एक है। 1998 में, सुंदरम क्लेटन डेमिंग पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय कंपनी बनी थी, और इसके बाद से कई भारतीय कंपनियाँ इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को प्राप्त कर चुकी हैं। यह पुरस्कार उन कंपनियों को दिया जाता है जो उच्चतम गुणवत्ता प्रबंधन मानकों के प्रति प्रतिबद्ध होती हैं।
गुणवत्ता प्रबंधन के लिए एक प्रेरणा
टाटा ऑटोकॉम्प और टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड के इन उपलब्धियों से भारतीय गुणवत्ता उद्योग में एक नया मानक स्थापित हुआ है। इस प्रकार की पहल से अन्य भारतीय कंपनियाँ भी प्रेरणा ले सकती हैं और गुणवत्ता प्रबंधन को अपने व्यवसाय के केंद्र में रख सकती हैं।